Retirement Rules – पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया पर एक ही चर्चा जोरों पर थी – क्या केंद्र सरकार रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने वाली है? या कहीं कम तो नहीं कर देगी? लाखों सरकारी कर्मचारियों के मन में यही सवाल था। कोई कह रहा था कि रिटायरमेंट की उम्र 60 से बढ़ाकर 62 की जा सकती है, तो कोई यह भी कह रहा था कि सरकार युवाओं को मौका देने के लिए उम्र घटाकर 58 साल करने पर विचार कर रही है।
इन अफवाहों से परेशान होकर बहुत से कर्मचारी असमंजस में थे। कुछ लोग रिटायरमेंट के बाद की प्लानिंग कर रहे थे, तो कुछ अभी और नौकरी करने की उम्मीद लगाए बैठे थे। लेकिन अब इस पूरे मामले पर खुद सरकार की तरफ से राज्यसभा में एक लिखित जवाब आ गया है और उसमें सारी बातें साफ कर दी गई हैं।
क्या बोली सरकार?
राज्यसभा में एक सांसद ने दो अहम सवाल पूछे थे –
- क्या सरकार जल्दी रिटायरमेंट देने वाली कोई योजना ला रही है?
- क्या सरकार देर से रिटायरमेंट लेने का विकल्प देने की योजना बना रही है?
इन दोनों सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने साफ-साफ कहा है कि रिटायरमेंट की उम्र में किसी भी तरह का बदलाव फिलहाल नहीं किया जा रहा है। न तो कोई नई योजना लाई जा रही है जिससे लोग जल्दी रिटायर हो सकें और न ही कोई ऐसा सिस्टम आने वाला है जिसमें लोग ज्यादा समय तक नौकरी कर पाएं।
सीधे शब्दों में कहें तो रिटायरमेंट की मौजूदा उम्र 60 साल ही रहेगी, जैसे अभी है, आगे भी वैसा ही रहेगा। कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।
अफवाहों का क्या?
सोशल मीडिया का दौर है, और यहां हर दिन कोई न कोई नई चर्चा शुरू हो जाती है। रिटायरमेंट को लेकर भी कई फेक न्यूज वायरल हुईं कि केंद्र सरकार 58 साल में सभी को रिटायर कर देगी। कुछ लोग कहने लगे कि जून 2025 के बाद नई पॉलिसी लागू हो जाएगी। लेकिन अब सरकार ने खुद साफ कर दिया है कि ऐसा कुछ नहीं हो रहा।
इसलिए सभी कर्मचारियों को सलाह है कि सिर्फ सरकारी वेबसाइट्स या विश्वसनीय स्रोतों पर ही भरोसा करें। अफवाहों पर ध्यान न दें।
क्या अभी अर्ली रिटायरमेंट संभव है?
हाँ, अगर कोई कर्मचारी खुद समय से पहले रिटायर होना चाहता है, तो इसके लिए वीआरएस (Voluntary Retirement Scheme) का ऑप्शन पहले से ही मौजूद है। इसके तहत कर्मचारी कुछ तय शर्तों को पूरा करके खुद से रिटायर हो सकते हैं।
वीआरएस लेने की प्रमुख शर्तें होती हैं:
- कम से कम 20 साल की सेवा पूरी होनी चाहिए
- कर्मचारी की उम्र 50 साल से अधिक होनी चाहिए (कुछ मामलों में छूट मिलती है)
- आवेदन एक निश्चित प्रक्रिया के तहत किया जाना चाहिए
क्यों लेते हैं लोग अर्ली रिटायरमेंट?
बहुत सारे कर्मचारी अर्ली रिटायरमेंट इसलिए लेते हैं क्योंकि वे कोई दूसरा काम शुरू करना चाहते हैं, जैसे बिजनेस या खेती। कुछ लोग पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए जल्दी रिटायर होते हैं। बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल, बच्चों की पढ़ाई या कोई हेल्थ इश्यू भी वजह हो सकता है।
हालांकि, यह फैसला लेने से पहले अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग अच्छे से करनी जरूरी है। वीआरएस लेने के बाद पेंशन और अन्य लाभों में कुछ बदलाव आते हैं, इसलिए पूरी जानकारी लेना जरूरी है।
तो कर्मचारियों को क्या करना चाहिए?
अब जब सरकार ने साफ कह दिया है कि रिटायरमेंट की उम्र में कोई बदलाव नहीं होगा, तो कर्मचारियों को चाहिए कि वे मौजूदा नियमों के हिसाब से ही अपनी प्लानिंग करें। जो लोग रिटायरमेंट के बाद बिजनेस, यात्रा या किसी अन्य काम का सपना देख रहे हैं, वे पहले से तैयारी करें लेकिन अफवाहों पर प्लानिंग न करें।
यह भी ध्यान रखें कि रिटायरमेंट के बाद भी कई विकल्प खुले रहते हैं। पेंशन, ग्रेच्युटी, पीएफ, सीनियर सिटीजन स्कीम्स जैसे तमाम लाभ हैं जिनकी सही जानकारी लेकर भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
सरकार का बयान आने के बाद अब पूरी तस्वीर साफ है – केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र में कोई बदलाव नहीं होगा। न तो जल्दी रिटायरमेंट की कोई नई स्कीम लाई जा रही है और न ही देर से रिटायरमेंट का कोई विकल्प देने की योजना है।
इसलिए आप अपने मन से सभी भ्रम निकाल दें और शांति से अपनी नौकरी करते रहें। सही समय आने पर रिटायरमेंट भी मिलेगा और सारे लाभ भी।